ईरान के सबसे ताकतवर फौजी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है और ईरान के शीर्ष नेता खोमैनी ने धमकी दी है कि उनकी हत्या का बदला ईरान हर हालत में लेगा. ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के शीर्ष जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद लोगों के जेहन में यह सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिरकार देश के सबसे बड़े जनरल और खोमैनी के करीबी सुलेमानी को अमेरिका ने निशाना कैसे बनाया. सेना के शीर्ष पद पर होने की वजह से सुलेमानी की इतनी सख्त सुरक्षा के बाद भी अमेरिका ने उनकी हत्या को कैसे अंजाम दिया?
यहां हम आपको बता रहे हैं कि आखिरकार अमेरिका ने आतंकवाद फैलाने और अमेरिकी नागरिकों को निशाने बनाने का आरोप लगाते हुए कैसे जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी. दरअसल अमेरिका की नजरों में खटक रहे ईरान के कुद्स फोर्स के अगुवा कासिम सुलेमानी को मारने के लिए अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां सालों से मेहनत कर रही थी. अमेरिकी एजेंसियां सालों से उसके हर गतिविधि को ट्रैक कर रही थी. वो कब कहां जा रहे हैं कितने लोगों के साथ जा रहे हैं सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं और उनका ठिकाना कहां-कहां है? यह सब जानकारी अमेरिकी एजेंसियों ने पहले ही जुटा ली थी. अमेरिकी एजेंसियों ने इन सभी आंकड़ों का विश्लेषण किया और फिर सुलेमानी पर हमले की योजना बनाई गई.
सऊदी , इजरायल, अमेरिका जैसे कई देशों के आंखों की किरकरी बन चुके कासिम सुलेमानी पर बीते 20 वर्षों में कई बार हमले किए गए लेकिन वो हर बार ऐसे हमलों से बच निकले. इसलिए अमेरिका ने इस बार ऐसी योजना बनाई जिसमें सुलेमानी के बचने की कोई संभावना न हो और इसके लिए तकनीक के हर पहलू का ध्यान रखा गया.